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कार्ल मार्क्स का बताया श्रम का विभाजन और निर्माण

श्रम क्या होता है? श्रम का शाब्दिक अर्थ है मेहनत। हम सब अपने जीवन में अपने जीने के साधन जुटाने के लिए जो मेहनत करते हैं उसे श्रम कहते हैं।Read More

पढ़ो पढ़ाओ डॉ. आंबेडकर जी को – पे बैक टू सोसाइटी

पढ़ो पढ़ाओ डॉ, आंबेडकर जी को – पे बैक टू सोसाइटी 23 सितम्बर संकल्प दिवस; 14 अक्टूबर, धम्मचक्कप्पवत्तन दिवस, 26 नवंबर संविधान दिवस और 6 दिसंबर डॉ. भीमराव आंबेडकर महापरिनिर्वणRead More

महाबोधि बुद्ध मंदिर को बौद्धों को देने के लिए आंदोलन तेज हुआ

18 सितंबर 2024, पटना , बिहार। महाबोधि विहार बुद्ध गया मुक्ति आन्दोलन ने पटना के ऐतिहासिक अशोक मैदान (गांधी मैदान) में ऑल इंडिया बुद्धिस्ट फोरम एवं बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क केRead More

दलितों की डोम और धरकार जातियों को परंपरागत कामों से बाहर करके बेरोजगार करने का क्षडयंत्र 

दलितों की डोम और धरकार जातियों को परंपरागत कामों से बाहर करके बेरोजगार करने का क्षडयंत्र मेरे प्रिय साथियों कितना अपसोस जनक बाते है की हमारे लोकतांत्रिक देस भारत मेंRead More

कांग्रेस से हरियाणा में वाल्मीकि समुदाय से मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की मांग मैंने क्यों की? – निखिल सबलानिया

कांग्रेस से हरियाणा में वाल्मीकि समुदाय से मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की मांग मैंने क्यों की?  मैंने इसलिए लिखा था कि कांग्रेस हरियाणा में वाल्मीकि समुदाय के नेता को मुख्यमंत्रीRead More

आपसी नफरत में दलितों ने अमर रिकार्ड बनाया – निखिल सबलानिया

मैंने 15 सालों में डॉ. आंबेडकर जी के विचारों और उनकी पुस्तकों पर इतनी टिप्पणीयां नहीं देखी जितनी एक महीने में ही हमने आपस में लड़ने में फेसबुक पर डालRead More

Sanvidhan

भारत का संविधान, भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ। यह दिन भारत के संविधानRead More

Chandragupta Maurya

Chandragupta Maurya was the founder of the Maurya Empire, a geographically-extensive empire based in Magadha. He reigned from 320 BCE to 298 BCE. The Magadha kingdom expanded to become anRead More

Osho Books in Hindi, Osho Books PDF, Osho Books in English

Osho Book Oder Now  भगवान श्री रजनीश, ओशो रजनीश, या केवल रजनीश के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय, दार्शनिक, विचारक, और रजनीश आंदोलन के प्रणेता-नेता थे। अपने संपूर्णRead More

शूद्र कौन थे? – डॉ. बी.आर. अम्बेडकर जी का एक नायाब रत्न – निखिल सबलानिया

शूद्र कौन थे? – डॉ. बी.आर. अम्बेडकर जी का एक नायाब रत्न – निखिल सबलानिया डॉ. बी.आर. अम्बेडकर जी की पुस्तक – शूद्र कौन थे? और वे इंडो आर्यन सोसाइटीRead More

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